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नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने के नियम और विधि
नवरात्रि हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि अखंड ज्योति से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने के नियम:
- अखंड ज्योति हमेशा पीतल या तांबे के दीप में जलानी चाहिए।
- दीप में घी या तेल का प्रयोग करना चाहिए।
- ज्योति को हमेशा साफ रखना चाहिए।
- ज्योति को कभी भी बुझाना नहीं चाहिए।
- ज्योति को हमेशा किसी पवित्र स्थान पर रखना चाहिए।
नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने की विधि:
- सबसे पहले, किसी पवित्र स्थान पर एक चौकी या आसन बिछाएं।
- उस पर पीतल या तांबे का दीप रखें।
- दीप में घी या तेल भरें।
- एक बाती को घी या तेल में डुबोकर दीप में जलाएं।
- अब, मां दुर्गा की आरती करें और दीप को जलाए रखें।
नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने से मिलते हैं ये 5 लाभ:
- मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है।
- घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
- नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
- मानसिक शांति मिलती है।
- आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
नवरात्रि में अखंड ज्योति बुझ जाए तो क्या करें? जानें उपाय:
- यदि नवरात्रि में अखंड ज्योति बुझ जाए, तो सबसे पहले मां दुर्गा से क्षमा मांगें।
- फिर, तुरंत एक नई बाती को घी या तेल में डुबोकर दीप में जलाएं।
- अब, मां दुर्गा की आरती करें और दीप को जलाए रखें।
नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने से पहले जान लें ये जरूरी बातें:
- अखंड ज्योति जलाने के लिए हमेशा शुभ मुहूर्त देखें।
- ज्योति को जलाने के लिए स्वच्छ और पवित्र स्थान का चयन करें।
- ज्योति को जलाने के लिए हमेशा शुद्ध सामग्री का उपयोग करें।
- ज्योति को जलाने के बाद नियमित रूप से उसकी देखभाल करें।
निष्कर्ष:
नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। यदि आप इन नियमों और विधियों का पालन करते हुए अखंड ज्योति जलाते हैं, तो आपको अवश्य ही लाभ मिलेगा।