धर्म समाचार
श्री लक्ष्मी स्तोत्र: शुक्रवार के दिन इस स्तोत्र के पाठ से दूर होगी आर्थिक तंगी
श्री लक्ष्मी स्तोत्र एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो धन-धान्य और सुख-समृद्धि प्रदान करने के लिए जाना जाता है। इस स्तोत्र का पाठ करने से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
श्री लक्ष्मी स्तोत्र की रचना ऋषि तुलसीदास ने की थी। यह स्तोत्र 100 श्लोकों का है। इस स्तोत्र में श्री लक्ष्मी जी की स्तुति की गई है।
श्री लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ शुक्रवार के दिन करना चाहिए। शुक्रवार को लक्ष्मी जी का दिन माना जाता है। इस दिन श्री लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।
श्री लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करने के लिए निम्नलिखित मंत्र का जाप करें:
ओम ह्रीं ह्रीं श्रीं क्लीं नमः,
श्रीमत्यै कमलायै विष्णुपत्न्यै,
नमः श्रीलक्ष्म्यै नमः।
इस मंत्र का जाप 108 बार करें।
श्री लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करने के लिए निम्नलिखित विधि का पालन करें:
- सुबह जल्दी उठें और स्नान करें।
- साफ-सुथरे कपड़े पहनें।
- एकांत स्थान पर बैठें और श्री लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करें।
- पाठ करते समय मन को शांत रखें।
- पाठ के बाद श्री लक्ष्मी जी से प्रार्थना करें कि वे आपको धन-धान्य और सुख-समृद्धि प्रदान करें।
श्री लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करने से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। यह स्तोत्र बहुत ही शक्तिशाली है और इसका नियमित रूप से पाठ करने से मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं।
श्री लक्ष्मी स्तोत्र के कुछ लाभ:
- आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है।
- जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
- धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
- व्यापार में लाभ होता है।
- नौकरी में तरक्की होती है।
- सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
श्री लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करने से सभी प्रकार के कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।