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भारत में बन रहा दुनिया का पहला जल विश्विद्यालय, जानें- यहां क्या पढ़ाया जाएगा, कौन ले सकेगा दाखिला?

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Bundelkhand

जल एक अमूल्य संसाधन है, लेकिन आज दुनिया भर में जल संकट गहराता जा रहा है। भारत भी जल संकट से अछूता नहीं है। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में तो जल संकट एक गंभीर समस्या है। इस क्षेत्र में अक्सर सूखा पड़ता है, जिससे लोगों को पीने के पानी और सिंचाई के लिए पानी की समस्या होती है।

जल विश्विद्यालय की स्थापना का उद्देश्य:

बुंदेलखंड में जल संकट से निपटने के लिए और जल संसाधनों का संरक्षण और प्रबंधन करने के लिए भारत में दुनिया का पहला जल विश्विद्यालय स्थापित किया जा रहा है। इस विश्विद्यालय की स्थापना का उद्देश्य जल संसाधनों के क्षेत्र में नई शिक्षा और शोध को बढ़ावा देना है। यह विश्विद्यालय जल संकट से निपटने और जल संसाधनों का संरक्षण और प्रबंधन करने के लिए कुशल और योग्य पेशेवरों को तैयार करेगा।

जल विश्विद्यालय का स्थान:

जल विश्विद्यालय उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के हमीरपुर जिले में 25 एकड़ जमीन पर स्थापित किया जाएगा। इस विश्विद्यालय के लिए लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत आएगी।

जल विश्विद्यालय में क्या पढ़ाया जाएगा:

Water University, Bundelkhand

जल विश्विद्यालय में जल संसाधनों के क्षेत्र में विभिन्न पाठ्यक्रमों और कार्यक्रमों की पेशकश की जाएगी। इनमें जल विज्ञान, जल इंजीनियरिंग, जल प्रबंधन, जल अर्थशास्त्र, जल कानून और जलीय पारिस्थितिकी शामिल हैं।

जल विश्विद्यालय में कौन ले सकेगा दाखिला:

जल विश्विद्यालय में स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर के पाठ्यक्रमों में दाखिला लिया जा सकेगा। स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 12वीं कक्षा में विज्ञान विषयों के साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है। स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए स्नातक स्तर पर संबंधित विषय में स्नातक डिग्री होना आवश्यक है। डॉक्टरेट स्तर के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए स्नातकोत्तर स्तर पर संबंधित विषय में स्नातकोत्तर डिग्री और शोध अनुभव होना आवश्यक है।

जल विश्विद्यालय का महत्व:

जल विश्विद्यालय जल संसाधनों के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह विश्विद्यालय जल संकट से निपटने और जल संसाधनों का संरक्षण और प्रबंधन करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करेगा। यह विश्विद्यालय भारत और दुनिया के अन्य देशों के लिए भी एक महत्वपूर्ण केंद्र होगा।

निष्कर्ष:

बुंदेलखंड में जल विश्विद्यालय की स्थापना एक महत्वपूर्ण कदम है। यह विश्विद्यालय जल संकट से निपटने और जल संसाधनों का संरक्षण और प्रबंधन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह विश्विद्यालय भारत और दुनिया के अन्य देशों के लिए भी एक महत्वपूर्ण केंद्र होगा।

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