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भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम पर छंटनी का असर

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Indian startup layoffs

पिछले कुछ वर्षों में, भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम ने अभूतपूर्व विकास किया है। इस दौरान, कई नए स्टार्टअप शुरू हुए और कई मौजूदा स्टार्टअप ने बड़े पैमाने पर विस्तार किया। इस विकास के साथ-साथ, भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम ने लाखों लोगों को रोजगार दिया है।

हालांकि, पिछले कुछ महीनों में, भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम पर छंटनी का असर दिखाई दे रहा है। कई स्टार्टअप ने कर्मचारियों की छंटनी की है, जिससे लाखों लोगों की नौकरी गई है।

छंटनी के कारण:

भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में छंटनी के कई कारण हैं। इनमें शामिल हैं:

  • ग्लोबल आर्थिक मंदी: ग्लोबल आर्थिक मंदी के कारण, निवेशक स्टार्टअप में निवेश करने में कम रुचि दिखा रहे हैं। इससे स्टार्टअप को अपने खर्चों को कम करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
  • मुद्रास्फीति: मुद्रास्फीति के कारण, स्टार्टअप को अपने खर्चों में वृद्धि का सामना करना पड़ रहा है। इससे वे कर्मचारियों को उच्च वेतन देने में असमर्थ हो रहे हैं।
  • स्पर्धा: स्टार्टअप इकोसिस्टम में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। इससे स्टार्टअप को अपने व्यवसाय को बनाए रखने के लिए अधिक लागत उठानी पड़ रही है।

छंटनी का असर:

भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में छंटनी का कई लोगों के जीवन पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। इनमें शामिल हैं:

  • नौकरी का नुकसान: छंटनी के कारण, लाखों लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। इससे उनके परिवारों को आर्थिक परेशानी हो रही है।
  • आर्थिक अनिश्चितता: छंटनी से स्टार्टअप इकोसिस्टम में आर्थिक अनिश्चितता बढ़ रही है। इससे नए स्टार्टअप शुरू करने के लिए लोग कम उत्साहित हो रहे हैं।
  • श्रम बाजार पर प्रभाव: छंटनी से भारतीय श्रम बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इससे बेरोजगारी दर बढ़ रही है और मजदूरी दर में कमी आ रही है।

निष्कर्ष:

भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में छंटनी एक गंभीर समस्या है। इस समस्या का समाधान करने के लिए, सरकार और उद्योग को मिलकर काम करना चाहिए। सरकार को स्टार्टअप को वित्तीय सहायता प्रदान करनी चाहिए और उद्योग को कर्मचारियों के लिए अधिक रोजगार के अवसर पैदा करने चाहिए।

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Newjaisa Technologies का आईपीओ: निवेशकों के लिए क्या है खास?

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Newjaisa Technologies IPO

Newjaisa Technologies, एक ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी, का आईपीओ 26 से 28 जुलाई, 2023 तक खुलेगा। आईपीओ के तहत कंपनी 400 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी।

यहां कुछ बातें हैं जो निवेशकों के लिए Newjaisa Technologies के आईपीओ में खास हैं:

  • कंपनी का बिजनेस मॉडल मजबूत है। कंपनी ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में एक अग्रणी खिलाड़ी है।
  • कंपनी की वित्तीय स्थिति अच्छी है। कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में लगातार मुनाफा कमाया है।
  • कंपनी की टीम अनुभवी और कुशल है। कंपनी के पास एक मजबूत प्रबंधन टीम है।

आईपीओ में निवेश करने से पहले निवेशकों को निम्नलिखित बातों पर विचार करना चाहिए:

  • कंपनी का बिजनेस मॉडल और वित्तीय स्थिति।
  • कंपनी के उद्योग की संभावनाएं।
  • आईपीओ की कीमत और वैल्यूएशन।
  • अपने वित्तीय लक्ष्य और जोखिम सहनशीलता।

आईपीओ कैसे खरीदें?

Newjaisa Technologies का आईपीओ ₹100 से ₹110 प्रति शेयर के प्राइस बैंड के साथ खुलेगा। निवेशक ₹100 से ₹2000 तक के शेयर खरीद सकते हैं।

आईपीओ में निवेश करने के लिए, निवेशकों को किसी भी स्टॉक ब्रोकर के साथ एक डीमैट खाता खोलना होगा। डीमैट खाता खोलने के बाद, निवेशक आईपीओ के लिए आवेदन कर सकते हैं।

निष्कर्ष:

Newjaisa Technologies का आईपीओ एक आकर्षक निवेश अवसर हो सकता है। हालांकि, निवेशकों को आईपीओ में निवेश करने से पहले सभी जोखिमों को समझना चाहिए।

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भारत में शेयर बाजार में निवेश करने का सुरक्षित तरीका

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stock market in India

शेयर बाजार में निवेश करना एक ऐसा तरीका है जिससे आप अपने पैसे को बढ़ा सकते हैं और अपनी भविष्य की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। हालांकि, शेयर बाजार में निवेश करना जटिल और जोखिम भरा भी हो सकता है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप निवेश करने से पहले अच्छी तरह से समझ लें कि शेयर बाजार कैसे काम करता है और आप इसमें कैसे निवेश कर सकते हैं।

भारत में शेयर बाजार में निवेश शुरू करने के लिए, आपको सबसे पहले एक डिमैट खाता और एक ट्रेडिंग खाता खोलना होगा। आप किसी भी SEBI पंजीकृत ब्रोकर के साथ ये खाते खोल सकते हैं। एक बार जब आपके खाते खुल जाएंगे, तो आप शेयर खरीदना और बेचना शुरू कर सकते हैं।

शेयर बाजार में निवेश करने से पहले, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी वित्तीय स्थिति का आकलन करें और अपने निवेश लक्ष्यों को निर्धारित करें। आपको यह भी समझना चाहिए कि शेयर बाजार में निवेश करना जोखिम भरा है और आप अपने निवेश का कुछ या पूरा हिस्सा खो सकते हैं।

शेयर बाजार में निवेश करने के लिए यहां कुछ टिप्स दी गई हैं:

  • अपनी वित्तीय स्थिति का आकलन करें: शेयर बाजार में निवेश करने से पहले, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी वित्तीय स्थिति का आकलन करें और देखें कि आप कितना पैसा निवेश कर सकते हैं। आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके पास कोई कर्ज नहीं है या आपकी आय ऐसी है कि आप अपने निवेश का कुछ या पूरा हिस्सा खोने पर भी अपने दैनिक खर्चों को वहन कर सकें।
  • अपने निवेश लक्ष्यों को निर्धारित करें: आपको यह तय करना होगा कि आप शेयर बाजार में निवेश क्यों करना चाहते हैं। क्या आप अपने रिटायरमेंट के लिए बचत कर रहे हैं? क्या आप अपने बच्चों की शिक्षा के लिए बचत कर रहे हैं? क्या आप अल्पकालिक लाभ कमाना चाहते हैं? आपके निवेश लक्ष्यों को निर्धारित करने से आपको यह तय करने में मदद मिलेगी कि आपको कितना पैसा निवेश करना है और किस प्रकार के शेयरों में निवेश करना है।
  • शेयर बाजार के बारे में जानें: शेयर बाजार में निवेश करने से पहले, यह महत्वपूर्ण है कि आप शेयर बाजार के बारे में अच्छी तरह से समझ लें कि यह कैसे काम करता है और इसमें कैसे निवेश किया जाए। आप किताबें पढ़कर, ऑनलाइन लेख पढ़कर या किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श करके शेयर बाजार के बारे में जान सकते हैं।
  • एक विविध पोर्टफोलियो बनाएं: आपको अपने निवेश को विभिन्न प्रकार के शेयरों में विभाजित करना चाहिए ताकि किसी एक शेयर या क्षेत्र में गिरावट आने पर आपका पूरा पोर्टफोलियो प्रभावित न हो। आप विभिन्न प्रकार के शेयरों में निवेश करके अपने जोखिम को कम कर सकते हैं।
  • लंबी अवधि के लिए निवेश करें: शेयर बाजार में अल्पकालिक उतार-चढ़ाव होते हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप लंबी अवधि के लिए निवेश करें। शेयर बाजार में लंबे समय तक निवेश करने से आपको बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना रहती है।

भारत में शेयर बाजार में निवेश करना एक अच्छा तरीका हो सकता है अपने पैसे को बढ़ाने और अपनी भविष्य की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने का। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि आप निवेश करने से पहले अच्छी तरह से समझ लें कि शेयर बाजार कैसे काम करता है और आप इसमें कैसे निवेश कर सकते हैं।

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मल्टीबैगर शेयर पहचानना हुआ आसान, बस फॉलो करें ये फॉर्मूला

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Multibagger stock

शेयर बाजार में निवेशकों का सबसे बड़ा सपना होता है कि उनके पास कोई ऐसा शेयर हो जो मल्टीबैगर साबित हो और उन्हें भारी मुनाफा दे। मल्टीबैगर शेयर ऐसे शेयर होते हैं जो अपने मूल मूल्य से कई गुना बढ़ जाते हैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई शेयर 100 रुपये का है और यह 10 साल में 1000 रुपये का हो जाता है, तो इसे मल्टीबैगर शेयर माना जाएगा।

मल्टीबैगर शेयरों को पहचानना आसान नहीं होता है, लेकिन यह असंभव भी नहीं है। कुछ सरल उपायों से आप ऐसे शेयरों की पहचान कर सकते हैं जो आपको भारी मुनाफा दे सकते हैं।

26% का फॉर्मूला

मशहूर निवेशक मोहनिश पबरई ने एक फॉर्मूला दिया है जिससे आप मल्टीबैगर शेयरों की पहचान कर सकते हैं। उन्होंने कहा है कि अगर कोई शेयर लगातार 26% की वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ रहा है, तो वह एक मल्टीबैगर शेयर बनने की संभावना रखता है।

इस फॉर्मूले को समझने के लिए, आइए एक उदाहरण लेते हैं। मान लीजिए कि कोई शेयर 100 रुपये का है और यह लगातार 26% की वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ रहा है। तो, 10 साल में यह शेयर 100 रुपये * (1 + 26/100) ^ 10 = 1960.04 रुपये का हो जाएगा।

इसका मतलब है कि शेयर अपने मूल मूल्य से 1960.04 रुपये – 100 रुपये = 1860.04 रुपये का रिटर्न देगा। यह एक मल्टीबैगर रिटर्न है।

ध्यान रखने योग्य बातें

26% का फॉर्मूला केवल एक अनुमान है। यह गारंटी नहीं देता है कि कोई शेयर एक मल्टीबैगर बनेगा। हालांकि, यह एक अच्छा शुरुआती बिंदु है।

मल्टीबैगर शेयरों को पहचानते समय, निम्नलिखित बातों का भी ध्यान रखना चाहिए:

  • कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत होनी चाहिए।
  • कंपनी का कारोबार बढ़ रहा होना चाहिए।
  • कंपनी की प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति अच्छी होनी चाहिए।
  • कंपनी के शेयरों का मूल्यांकन उचित होना चाहिए।

निष्कर्ष

मल्टीबैगर शेयरों को पहचानना आसान नहीं है, लेकिन यह असंभव भी नहीं है। 26% के फॉर्मूले का उपयोग करके, आप ऐसे शेयरों की पहचान कर सकते हैं जो आपको भारी मुनाफा दे सकते हैं।

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