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ओणम 2023: कब है, क्यों और कैसे मनाते हैं ओणम का त्योहार?
ओणम केरल का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार है. यह मलयालम कैलेंडर के अनुसार, चिंगम मास के पहले दिन मनाया जाता है. ओणम का त्योहार 10 दिनों तक चलता है और इस दौरान केरल के लोग बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं.
ओणम का त्योहार भगवान कृष्ण के आगमन को समर्पित है. कहा जाता है कि भगवान कृष्ण ने अपनी पत्नी रुक्मिणी के साथ केरल में 10 दिन बिताए थे. इस दौरान उन्होंने लोगों को बहुत सारी खुशियां दीं. इसलिए, केरल के लोग ओणम का त्योहार भगवान कृष्ण के आगमन के प्रतीक के रूप में मनाते हैं.
ओणम के त्योहार को मनाने के लिए केरल के लोग अपने घरों को साफ-सुथरा करते हैं और नए कपड़े पहनते हैं. वे अपने घरों को फूलों से सजाते हैं और भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं. ओणम के त्योहार में केरल के लोग तरह-तरह के व्यंजन बनाते हैं, जिनमें परंपरागत मलयालम व्यंजन शामिल होते हैं. वे एक-दूसरे को मिठाईयां भी बांटते हैं.
ओणम का त्योहार केरल के लोगों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है. यह एक ऐसा त्योहार है, जो उन्हें अपनी संस्कृति और परंपराओं को याद दिलाता है. यह एक ऐसा त्योहार है, जो उन्हें एक साथ लाता है और उन्हें खुशियां देता है.
ओणम 2023 की तिथियां:
- ओणम की शुरुआत: 20 अगस्त, 2023 (रविवार)
- ओणम का समापन: 29 अगस्त, 2023 (गुरुवार)
ओणम मनाने के कुछ तरीके:
- अपने घरों को साफ-सुथरा करें और नए कपड़े पहनें.
- अपने घरों को फूलों से सजाएं.
- भगवान कृष्ण की पूजा करें.
- तरह-तरह के व्यंजन बनाएं, जिनमें परंपरागत मलयालम व्यंजन शामिल हों.
- एक-दूसरे को मिठाईयां बांटें.
- दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं.
- आनंद लें और खुश रहें!