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छठ पूजा: आज है तीसरा दिन, भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर करें मनोकामनाएं

छठ पूजा का तीसरा दिन संध्या अर्घ्य का होता है। इस दिन व्रती महिलाएं सूर्य देव को अर्घ्य देकर उनकी पूजा करती हैं। यह छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है।
छठ पूजा का शुभ मुहूर्त
छठ पूजा का तीसरा दिन 19 नवंबर, 2023 को है। इस दिन का शुभ मुहूर्त निम्नलिखित है:
- संध्या अर्घ्य का समय: शाम 5 बजकर 26 मिनट से शाम 6 बजकर 51 मिनट तक
छठ पूजा की पूजा विधि
छठ पूजा की पूजा विधि निम्नलिखित है:
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
- पूजा स्थल को साफ करें और भगवान सूर्य की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
- भगवान सूर्य को रोली, चावल, फूल, धूप, दीप, और प्रसाद अर्पित करें।
- भगवान सूर्य की आरती करें।
- भगवान सूर्य से अपने परिवार और समाज की खुशहाली के लिए प्रार्थना करें।
छठ पूजा की आरती
छठ पूजा की आरती निम्नलिखित है:
जय छठ मैया, जय छठ मैया,
तू ही तू है, तू ही तू है।
सूरज देवता की आरती,
मैं करूं सच्चे मन से।
सूरज देवता की आरती,
मैं करूं सच्चे मन से।
छठ मैया तेरे चरणों में,
हम सबका शीश झुकाता हूं।
छठ मैया तेरे चरणों में,
हम सबका शीश झुकाता हूं।
सूरज देवता तेरे चरणों में,
हम सबका शीश झुकाता हूं।
सूरज देवता तेरे चरणों में,
हम सबका शीश झुकाता हूं।
छठ मैया, तू हमारी रक्षा करे,
सूरज देवता, तू हमारी रक्षा करे।
छठ मैया, तू हमारी रक्षा करे,
सूरज देवता, तू हमारी रक्षा करे।
हम सबके घर में सुख-शांति रहे,
हम सबके घर में सुख-शांति रहे।
हम सबके घर में सुख-समृद्धि रहे,
हम सबके घर में सुख-समृद्धि रहे।
छठ मैया, तू हमारी रक्षा करे,
सूरज देवता, तू हमारी रक्षा करे।
छठ मैया, तू हमारी रक्षा करे,
सूरज देवता, तू हमारी रक्षा करे।
छठ पूजा का महत्व
छठ पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो सूर्य देव की पूजा के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की छठ तिथि को मनाया जाता है। इस त्योहार को बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, और अन्य राज्यों में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
छठ पूजा का महत्व इस बात से भी समझा जा सकता है कि इस त्योहार में सूर्य देव की पूजा के साथ-साथ प्रकृति की भी पूजा की जाती है। इस त्योहार के माध्यम से लोग प्रकृति के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं।