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अहोई अष्टमी: बच्चों की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
अहोई अष्टमी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो बच्चों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए मनाया जाता है। यह व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस दिन माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के लिए देवी अहोई माता की पूजा करती हैं।
अहोई अष्टमी का महत्व
अहोई अष्टमी का व्रत एक माँ और उसके बच्चे के बीच के गहरे रिश्ते का प्रतीक है। इस दिन माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र के लिए देवी अहोई माता से प्रार्थना करती हैं। ऐसा माना जाता है कि देवी अहोई माता बच्चों की रक्षा करती हैं और उन्हें सभी बुरी शक्तियों से बचाती हैं।
अहोई अष्टमी की पूजा विधि
अहोई अष्टमी की पूजा विधि निम्नलिखित है:
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
- पूजा स्थल को साफ करें और देवी अहोई माता की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
- देवी अहोई माता को रोली, चावल, फूल, धूप, दीप, और प्रसाद अर्पित करें।
- देवी अहोई माता की आरती करें।
- देवी अहोई माता से अपने बच्चों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करें।
अहोई अष्टमी का शुभ मुहूर्त
अहोई अष्टमी 2023 में 5 नवंबर, रविवार को है। इस दिन का शुभ मुहूर्त निम्नलिखित है:
- अष्टमी तिथि प्रारंभ: 5 नवंबर, रविवार, 00:00:00 IST
- अष्टमी तिथि समाप्त: 6 नवंबर, सोमवार, 02:18:13 IST
- पूजा मुहूर्त: 5 नवंबर, रविवार, शाम 05:42:00 IST से शाम 06:51:00 IST तक
अहोई अष्टमी का योग
अहोई अष्टमी 2023 में रवि पुष्य योग में मनाई जाएगी। रवि पुष्य योग को सबसे शुभ योगों में से एक माना जाता है। इस योग में किए गए कार्यों में सफलता मिलती है।
अहोई अष्टमी का उपाय
अहोई अष्टमी के दिन निम्नलिखित उपाय करने से बच्चों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है:
- इस दिन बच्चों को नए कपड़े पहनाएं।
- बच्चों को मिठाई खिलाएं।
- बच्चों के सिर पर तिलक लगाएं।
- बच्चों की आरती करें।
- बच्चों को देवी अहोई माता की कथा सुनाएं।
अहोई अष्टमी एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो बच्चों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए मनाया जाता है। इस दिन माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के लिए देवी अहोई माता से प्रार्थना करती हैं।