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उत्तराखंड में शालिग्राम की मूर्ति, एक अद्भुत प्राकृतिक चमत्कार
शालिग्राम एक प्रकार का पत्थर है जिसे हिंदू धर्म में भगवान विष्णु का एक रूप माना जाता है। यह पत्थर आमतौर पर नदियों और झीलों के किनारे पाया जाता है। शालिग्राम को पवित्र माना जाता है और इसे घरों, मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थानों में रखा जाता है।
उत्तराखंड में कई स्थान हैं जहां शालिग्राम की मूर्तियां पाई जाती हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से एक है भगवान शिव का मंदिर, जो देवप्रयाग में स्थित है। इस मंदिर में एक प्राचीन शालिग्राम की मूर्ति है जिसे भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है।
शालिग्राम की मूर्तियों का धार्मिक महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है। हिंदू धर्म के अनुसार, शालिग्राम भगवान विष्णु के अवतार हैं। इन मूर्तियों को पूजा जाता है और उन्हें घरों, मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थानों में रखा जाता है।
शालिग्राम की मूर्तियों से जुड़ी कई मान्यताएं हैं। एक मान्यता के अनुसार, शालिग्राम भगवान विष्णु के आशीर्वाद और सुरक्षा का प्रतीक हैं। एक अन्य मान्यता के अनुसार, शालिग्राम की पूजा करने से व्यक्ति को धन, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
उत्तराखंड में शालिग्राम की मूर्तियों को देखने और उनके धार्मिक महत्व के बारे में जानने के लिए एक पवित्र यात्रा है। ये मूर्तियां हिंदू धर्म की समृद्ध विरासत और संस्कृति का एक अद्भुत उदाहरण हैं।
यहां उत्तराखंड में शालिग्राम की मूर्तियों के कुछ अन्य स्थान दिए गए हैं:
- ऋषिकेश: ऋषिकेश में कई मंदिर हैं जहां शालिग्राम की मूर्तियां रखी गई हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है लक्ष्मण मंदिर, जो राम झूला के पास स्थित है।
- हरिद्वार: हरिद्वार में भी कई मंदिर हैं जहां शालिग्राम की मूर्तियां रखी गई हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है हरिहर मंदिर, जो हरिद्वार में गंगा नदी के किनारे स्थित है।
- मसूरी: मसूरी में एक छोटा सा मंदिर है जहां एक शालिग्राम की मूर्ति रखी गई है। यह मंदिर मसूरी के पुराने शहर में स्थित है।
यदि आप उत्तराखंड की यात्रा कर रहे हैं, तो इन मंदिरों में शालिग्राम की मूर्तियों को देखने का अवसर न चूकें।